एक सभागृह में गूंजती आवाज़ — निनाद बेडेकर जी बोल रहे थे। श्रोताओं की आँखों में उत्सुकता थी, लेकिन अगले ही क्षण वे शून्य में ताकने लगे। वो क्षण… जब Bedekar जी ने गोवा के उस भयावह अतीत का दरवाज़ा खोला — जिसके बारे में इतिहास की किताबें आज भी मौन हैं। "आपने The Goa Inquisition पढ़ी है?" "नहीं?" "तो आपको भारत में धर्म के नाम पर हुए सबसे भयानक अत्याचारों की जानकारी नहीं है…" "तेल में डुबोया गया डगला — इंसानी शरीर पर डाला गया — और फिर..." ...फिर आग की लपटों में तड़पता हुआ एक हिंदू, जो केवल इसलिए जलाया गया क्योंकि उसने प्रभु ईसा को स्वीकार नहीं किया था। यह कोई मिथक नहीं — यह उस काल का क्रूर इतिहास था, जहाँ गोवा पुर्तगालियों की बर्बरता का जीवित प्रयोगशाला बन चुका था। धर्मांतरण नहीं मानोगे? ➤ तो यातना मिलेगी। शरीर नहीं झुकेगा? ➤ तो उसे आग में जला देंगे। Ninad Bedekar जी की आँखों में आक्रोश की आभा थी, लेकिन शब्दों में संयम था। उन्होंने धीरे से कहा: "ये वही समय था जब दक्षिण में शिवाजी महाराज का उदय हो रहा था… लेकिन महाराज ने रोना या क्षोभ व्यक्त नही...
Legacy of Shiv Chatrapati
I am Pavan Pinate, a descendant of the Hindu Civilizational Battle—not by bloodline alone , but through awakened consciousness. Former ABVP Karyakarta and lifelong activist committed to nurturing and protecting Bharat’s rich cultural legacy. As an entrepreneur, my mission is to shape Bharat's future grounded firmly in its eternal values: Dharma, integrity, and resilience. Let's connect, collaborate, and create together.